फोन की लत से क्या है नि:संतानता का कनेक्शन? विशेषज्ञों से जानें शुक्राणुओं में कमी का असली कारण…

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धनबाद के सात्विक आईवीएफ विशेषज्ञ डॉक्टर नेहा प्रियदर्शनी ने पुरुषों में शुक्राणु की कमी और इसके समाधान पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि तनाव, शराब, तंबाकू और मोबाइल रेडिएशन से शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या प्रभावित होती है. संतुलित आहार, व्यायाम और समय पर डॉक्टर की सलाह से इस समस्या का समाधान संभव है.

धनबाद.आज के दौर में नि:संतानता एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. यह कई दंपतियों के जीवन में तनाव और असंतोष का कारण बन रही है. मां-बाप बनने का सपना हर किसी का होता है, लेकिन जीवनशैली, खानपान और कुछ हानिकारक आदतें इस सपने को बाधित कर सकती हैं. हमनें इन्हीं सब चीजों से जुड़ी समस्याओं पर बात की है आईवीएफ विशेषज्ञ डॉक्टर नेहा प्रियदर्शनी से.डाॅक्टर पिछले 10 वर्षों से दंपतियों का माता-पिता बनने का सपना साकार करने में मदद कर रही हैं. इन सभी चीजों से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि माता-पिता न बन पाने के प्रमुख कारणों में से एक है पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की कमी! उन्होंने कहा कि जीवनशैली और पर्यावरणीय कारणों से यह समस्या उत्पन्न होती है. अधिक तनाव लेना, नींद पूरी न करना, शराब, तंबाकू, बीड़ी और सिगरेट का सेवन करने वाले पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है. इसके अलावा, मोबाइल रेडिएशन के संपर्क में अधिक समय बिताने से भी शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या प्रभावित होती है.

शराब की आदत छोड़ें

डॉक्टर ने बताया कि यदि पुरुष अपने शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाना चाहते हैं तो सबसे पहले उन्हें इन बुरी आदतों को छोड़ना होगा. शराब और तंबाकू जैसे पदार्थों का सेवन पूरी तरह बंद करना और अपनी जीवनशैली में सुधार लाना बेहद जरूरी है. उन्होंने यह भी बताया कि संतुलित आहार और नियमित व्यायाम शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण  योगदान है.

 

पौष्टिक भोजन बहुत जरूरी

डॉक्टर नेहा के अनुसार, पौष्टिक भोजन जैसे हरी सब्जियां, ताजे फल, और प्रोटीनयुक्त आहार का सेवन शुक्राणु उत्पादन में सहायक होता है. इसके साथ ही, रोजाना व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाने से शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार होता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि शुक्राणु आपके जीवन में अत्यधिक महत्व रखते हैं, क्योंकि इनके बिना आप माता-पिता बनने का सुख नहीं पा सकते.

समय रहते लें डाक्टर की सलाह

डॉक्टर नेहा ने अंत में यह संदेश दिया कि यदि कोई दंपति संतान प्राप्ति में असमर्थ है तो वे समय पर विशेषज्ञ की सलाह लें और अपनी आदतों और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाएं. सात्विक आईवीएफ सेंटर में उनकी टीम हमेशा ऐसे दंपतियों की मदद के लिए तत्पर है, जो प्राकृतिक रूप से माता-पिता नहीं बन पा रहे. आपकी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव आपके जीवन को बड़ी खुशियां दे सकते हैं.

 

 

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